Chyawanprash
"चीनी के गुणों से युक्त नए पंचगव्य च्यवनप्राश में 3 गुना अधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करता है। और यह खनिजों और एंटीऑक्सीडेंट से भरा है। च्यवनप्राश पाचन और श्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह 56 से अधिक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों जैसे आंवला, गिलोय, पिप्पली और कई अन्य जड़ीबूटियों से बना है आयुर्वेद शास्त्रों के अनुसार यह फेफड़े को मजबूत करता है ,दिल को ताकत देता है, पुरानी खांसी और दमा में बहुत फायदा करता है एवं पेट भी साफ करता है। वीर्य विकार , स्वप्नदोष में लाभकारी है। एवं बल, कांति शक्ति और बुद्धि को बढ़ाता है, दुबले और कमजोर व्यक्तियों को यह पुष्ट बनाता है"
सर्दियों के लिए विशेष उत्पाद
पंचगव्य घृत युक्त च्यवनप्राश
अत्यंत पौष्टिक और स्वादिष्ट
मशीनो से नहीं हाथ से बना हुआ
इसके अतिरिक्त 56 से अधिक जडीबुटीयों से युक्त
घटक
बेल की छाल ,अरणी ,अरलू, गंभारी, पाटला, मधुपर्णी ,माषपर्णी , पीपल ,शालपर्णी पृश्निपर्णी , गोखरू ,छोटी कटेली, बड़ी कटेली, काकड़ा सिंगी, भुई आंवला ,मुनक्का ,जीवंती, पुष्करमूल ,अगर ,गिलोय ,बड़ी हरड़ , बला, वाराही कंद, विदारीकंद, नागर मोथा, पुनर्नवा, शतावरी, छोटी इलायची, कमल, सफेद चंदन, अडूसे की जड़, अश्वगंधा ,काकनासा एवं आंवला इत्यादि
रोगाधिकार
बल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है हृदय, मस्तिष्क, वातवाहिनी, शुकवाहिनी, नाड़ियों को बल प्रदान करने में उपयोगी
सेवन विधि
6 ग्राम से 12 ग्राम प्रातः समय गाय बकरी के दूध के साथ सेवन करें
पंचगव्य च्यवनप्राश एक पारंपरिक आयुर्वेदिक जडीबुटीयों का मिश्रण है जिसका इस्तेमाल भारत में सदियों से किया जाता रहा है। च्यवनप्राश अपने कायाकल्प और प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है, जो इसे उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय पूरक बनाता है जो अपने समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करना चाहते हैं।
उत्पाद की विशेषताएँ :-
सर्दी और खांसी जैसे रोज़मर्रा के संक्रमणों से लड़ने की शरीर की क्षमता में सुधार करता है
पाचन में सुधार करने में मदद करता है
प्रतिरक्षा और शरीर की ताकत बढ़ाता है