Kafsudha Syrup

Rs. 80.00/-     Rs. 80.00

पंचगव्य कफसुदा आयुर्वेदिक कफ सिरप / शहद-आधारित एक आयुर्वेदिक फ़ॉर्मूलेशन है जिसे सभी प्रकार की खांसी से राहत दिलाने के लिए तैयार किया गया है। 30 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बना यह पंचगव्य आयुर्वेदिक कफसुदा सिरप अल्कोहल-मुक्त सिरप गले और सामान्य श्वसन स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक आराम प्रदान करता है।

सामान्य तौर पर खांसी दो तरह की होती है -           1. कफ या बलगम वाली खांसी                        2. सूखी खांसी

कफ या बलगम वाली खांसी -

अगर आपको कफ वाली खांसी है तो ऐसा कफ सिरप लेना चाहिए जो इस कफ को आपके फेफड़ों से बहार निकाले.इसके लिए हम आपके लिए लाये है पंचगव्य आयुर्वेदिक कफसुदा सिरप ये कफ को पतला करके इसे बहार निकालने मै मददगार है 

सूखी खांसी -

सूखी खांसी मै कोई कफ नही आता है लेकिन यह काफी दिक्कत देती है इसके लिए हम आपके लिए लाये है आयुर्वेदिक जडी-बुटीयों से मिश्रित पंचगव्य आयुर्वेदिक कफसुदा सिरप जो सूखी खांसी मै आराम दिलाता है  

घटक        

अडूसा, कंठकारी, मुलेठी, कुलंजन, कूठ, वच, मजीठ, काकड़ासिंगी, गाज्मा, बनफ्सा,  कालीमिर्च, सोंठ, पीपल, कपूर, पुदिनासत्व, शहद आदि

रोगाधिकार 

गले की खराश से तुरंत राहत प्रदान करता है
गीली और सूखी दोनों तरह की खाँसी के लिए प्रभावी
जड़ीबूटियों से युक्त जो सांस लेने में आसानी और श्वसन संक्रमण से लड़ने में मदद करता है

सेवन विधि  

वयस्क: 2 चम्मच दिन में 3-4 बार , बच्चे: 1 चम्मच दिन में 3-4 बार, या चिकित्सक के निर्देशानुसार

100 ml


पंचगव्य कफसुदा सिरप हनी-बेस्ड आयुर्वेदिक कफ सिरप एक आयुर्वेदिक खांसी का इलाज है जिसे खांसी और गले की जलन से प्रभावी राहत देने के लिए तैयार किया गया है, बिना उनींदापन पैदा किए। इसका शुगर-फ्री फॉर्मूला इसे चीनी के सेवन पर नज़र रखने वालों के लिए उपयुक्त बनाता है, जबकि तुलसी, शुंठी और यष्टिमधु जैसे प्राकृतिक सक्रिय तत्व मिलकर श्वसन स्वास्थ्य को शांत करने और उसका समर्थन करने में मदद करते हैं। यह कफ सिरप अल्कोहल से मुक्त है और इसकी लत नहीं लगती, जिससे पूरे परिवार के लिए सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित होता है।

मुख्य लाभ:

खांसी को नियंत्रित करता है:

तुलसी खांसी को नियंत्रित करने में मदद करने वाली एक एंटी-ट्यूसिव के रूप में कार्य करती है, जबकि बनफ्शा खांसी को कम करने में मदद करने वाले एक एक्सपेक्टोरेंट के रूप में कार्य करता है

गले की खराश को शांत करता है:

आयुर्वेद में यष्टिमधु को गले की खराश और गले की जलन को कम करने में मदद करने वाला माना जाता है

प्रभावी राहत:

बनफ्शा, यष्टि और शुंठी का संयोजन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के मिश्रण के साथ खांसी और गले की जलन को शांत करने में मदद कर सकता है

नींद न आने वाला:

उनींदापन पैदा किए बिना राहत प्रदान करने में मदद कर सकता है, दैनिक उपयोग के लिए आदर्श

चीनी-मुक्त फ़ॉर्मूला:

अपने चीनी सेवन को नियंत्रित करने वालों के लिए उपयुक्त

प्राकृतिक सक्रिय:

प्रभावी श्वसन सहायता के लिए तुलसी, शुंठी और यष्टिमधु शामिल हैं

सुरक्षित और गैर-नशे की लत:

शराब और लत के जोखिम से मुक्त